In this post, I will discuss टवर्ग/tavarg (Cerebral) of Sanskrit language alphabets.
संस्कृत व्यंजन (टवर्ग) एवम् उनके उच्चारण सहित उदाहरण संस्कृत गुरूकुल
Hello, how are you? Hope you are doing great in life and learning Sanskrit with the same enthusiasm. In the last post, you have already finished tillचवर्ग (palatals). Today let’s start with टवर्ग/ tavarg (Cerebral).
नमस्कार, कैसे हैं आप?, मैं आशा करता हुँ की आप अपने जीवन में बहुत अच्छा कर रहे हैं और उसी उत्साह के साथ संस्कृत सीख रहे हैं। पिछले पोस्ट में, आपने चवर्ग (palatals)तक समाप्त कर दिया है।। आज चलो टवर्ग/tavarg (Cerebral) के साथ शुरू करते हैं।
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ट (ṭa) का उच्चारण स्थान मूर्धा है। यह टवर्ग का प्रथम अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (अघोष) नही ) होती तथा साँस छोडने की जरूरत भी नही (अल्पप्राण) होती हैं।
ट (ṭa) is an unaspirated hard letter, which means it doesn’t reverberate (vibration) nor exhalation to be pronounced. It is pronounced from cerebral. Example hurting, Tomato etc.
ठ (ṭha) का उच्चारण स्थान मूर्धा है। यह टवर्ग का द्वितीय अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (अघोष) नही होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत होती (महाप्राण) हैं।
ठ (ṭha) is an aspirate hard letter. This letter doesn’t reverberate (vibration) but does need an exhalation to be pronounced. It is pronounced from Cerebral.
ड (ḍa) का उच्चारण स्थान मूर्धा है। यह टवर्ग का तृतीय अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत नही (अल्पप्राण) होती हैं।
ड (ḍa)) is un-aspirate soft letter ,which means it does reverberate (vibration) but doesn’t need exhalation to be pronounce. It is pronounced from Cerebral. Example murDer.
ढ (ḍha) का उच्चारण स्थान मूर्धा है। यह टवर्ग का चोथा अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं एवम् साँस छोडने की जरूरत भी होती (महाप्राण) हैं।
ढ (ḍha) is aspirate soft letter. This letter does reverberate (vibration) also need an exhalation to be pronounced. It is pronounced from Cerebral.
ण (ṇa) का उच्चारण स्थान नासिका है। यह टवर्ग का पांचवां तथा अंतिम अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत नही (अल्पप्राण) होती हैं।
ण (ṇa) is un-aspirate soft letter. This letter does reverberate (vibration) ) but doesn’t need exhalation to be pronounce. It is pronounced from nasal. For example huNter, etc.
In the next post we will learn about तवर्ग (dental) . Please send your query, comments, suggestion below. Don’t Forget to like and Share the post.\
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