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संस्कृत व्यंजन (तवर्ग) dental एवम् उनके उच्चारण सहित उदाहरण- संस्कृत गुरूकुल
Hello Friends, Welcome to Sanskrit gurukul. Here you will learn about Sanskrit at all level and will be able to translate, read, write and speak Sanskrit language in quick and easy way. In the last post, you have already finished till टवर्ग (Cerebral). Today let’s start with तवर्ग( dentals).
नमस्कार मित्रों, आप का संस्कृत गुरूकुल में स्वागत है ?, यहाँ आप संस्कृत का अध्ययन करेंगे तथा आप संस्कृत भाषा पढने, लिखने, बोलने एवमं अनुवाद सरलता पूर्वक कर सकेगे। मैं आशा करता हुँ की आप अपने जीवन में बहुत अच्छा कर रहे हैं और उसी उत्साह के साथ संस्कृत सीख रहे हैं। पिछले पोस्ट में, आपने टवर्ग (Cerebral)तक अध्ययन कर लिया है।। आज चलो तवर्ग( dentals) के साथ शुरू करते हैं।
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The (तवर्ग) dental contains 5 Sanskrit alphabets which are त (ta), थ (tha),द (da),ध (dha),न (na). lets learn each one of them and studt their example and their meaning.
त (ta)
त (ta) का उच्चारण स्थान दन्तः है। यह तवर्ग का प्रथम अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (अघोष) नही होती तथा साँस छोडने की जरूरत भी नही (अल्पप्राण) होती हैं।
Ta (त) is an unaspirated hard letter. It neither reverberate (vibration) nor need exhalation to be pronounced. Pronounced from teeth (dental). Example,Tomato etc.
थ (tha)
थ (tha) का उच्चारण स्थान दन्तः है। यह तवर्ग का द्वितीय अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (अघोष) नही होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत होती (महाप्राण) हैं।
tha (थ) is aspirate hard letter. This letter doesn’t reverberate (vibration) but does need an exhalation to be pronounced. Pronounced from teeth (dental).
द (da) का उच्चारण स्थान दन्तः है। यह तवर्ग का तृतीय अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत नही (अल्पप्राण) होती हैं।
da (द) is unaspirate soft letter ,which means it does reverberate (vibration) but doesn’t need exhalation to be pronounce. Pronounced from teeth (dental).
ध (dha) का उच्चारण स्थान दन्तः है। यह तवर्ग का चतुर्थ अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं एवम् साँस छोडने की जरूरत भी होती (महाप्राण) हैं।
dha (ध) is aspirate soft letter. This letter does reverberate (vibration) also need an exhalation to be pronounced. Pronounced from teeth (dental).
न (na) का उच्चारण स्थान नासिका है। यह तवर्ग का पांचवां तथा अंतिम अक्षर है। इसके उच्चारण में प्रतिध्वनि/गूंज (सघोष) होती हैं परन्तु साँस छोडने की जरूरत नही (अल्पप्राण) होती हैं।
na (न) is unaspirate soft letter. This letter does reverberate (vibration) ) but doesn’t need exhalation to be pronounce. Pronounced from nasal (nose). For example Name, etc
I hope you have understood the words and example in Sanskrit Gurukul and will use Sanskrit in your day to day life. In the next post we will learn about पर्वग (Labial) .
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