Home » Agam-आगम्/आगच्छ(आना) धातु रुप लट् लकार-(present tense)

Agam-आगम्/आगच्छ(आना) धातु रुप लट् लकार-(present tense)

आगम्/ आगच्छ धातु रूप लट् लकार

हिन्दी

The word Agam is combination of आ+ गम् (A + gam) root word. It means “to come”.

In this post we will learn about आगम् (Agam) dhatu roop in present tense which is also called लट् लकार in Sanskrit.

The point to note here is these roots changes when we use them in sentences. For example आगम् becomes आगच्छ। With continue practice of Sanskrit we will able to remember them.

We have similar type of dhatu roop which change while usage such as

etc.

आगम्/आगच्छ धातु रुप

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष (सः)आगच्छति

(He) comes

(तौ)आगच्छतः

(They two) comes

(ते)आगच्छन्ति

(They all) comes

मध्यम पुरूष (त्वं)आगच्छसि

(you) come

(युवां)आगच्छथः

(you two) come

(युयं)आगच्छथ

(you all) come

उतम पुरूष (अहं)आगच्छामि

(I) come

(आवां)आगच्छावः

(we two) come

(व्यं)आगच्छामः

(We all) come

The words in the bracket in the above table are for example purpose and can be change according to the sentence.

Thanks
Om tat sat


आगम्/ आगच्छ धातु रूप लट् लकार

आगम् शब्द आ+ गम् धातु के योग से बना हैं। आगम् का अर्थ है “आना “।

आज की पोस्ट में हम आगम् धातु के लट् लकार रुप के बारे में जानेगे। लट् लकार को हिंदी में वर्तमान काल कहते हैं।

यहॉं ध्यान रखने योग्य बिंदु यह है की “आगम्” के रुप लट लकार में “आगच्छ” हो जाते हैं। संस्कृत के निरंतर अभ्यास से हम इनहे याद रख सकते हैं। कुछ महत्वपुर्ण धातु जो समान रुप से बदल जाती हैं वे नीचे लिखी गयी हैं।

आदि

आगम्/आगच्छ धातु रुप

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष (सः)आगच्छति

(वह) आता है

(तौ)आगच्छतः

(वह दौ) आते हैं

(ते)आगच्छन्ति

(वे सब) आते हैं

मध्यम पुरूष (त्वं)आगच्छसि

(तुम) आते हो

(युवां)आगच्छथः

(तुम दो) आते हो

(युयं)आगच्छथ

(तुम सब) आते हो।

उतम पुरूष (अहं)आगच्छामि

(मै) आता हूँ

(आवां)आगच्छावः

(हम दौ) आते हैं

(व्यं)आगच्छामः

(हम सब) आते हैं

उपरोक्त तालिका में ब्रैकेट में दिए गए शब्द उदाहरण के उद्देश्य से हैं और वाक्य के अनुसार बदले जा सकते हैं।

धन्यवाद
ओम तत् सत्

error: Content is protected !!
Scroll to Top

Discover more from Sanskrit Gurukul

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading