नमस्कार
मेरा नाम रोहन है। संस्कृत से मेरा रिश्ता विद्यालय के समय से है। इस विषय ने मुझे हमेशा से ही आकर्षित किया है। समय के साथ तथा प्रतिदिन की दिनचर्या में यह साथ कुछ समय के लिए छूट गया था। यह ब्लॉग उसी रिश्ते को बरक़रार रखने की मेरी ईच्छा का प्रयास मात्र है। यहाँ जो भी व्यक्ति संस्कृत सिखने, समझने या अपनी संस्कृत के अध्यन संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान चाहते है, मैं उनका स्वागत करता हुँ। मेरा उद्देश्य संस्कृत को समझना ऐवम संस्कृत का ज्ञान अर्जित तथा उसका प्रसार करना है। हिंदी के साथ साथ में अंग्रेज़ी भी अनुवाद किया जाएगा। क्योंकि मेरा विचार है कि किसी और भाषा को सिखने से अच्छा हमें अपनी भाषाओं को सिखाना चाहिए। अगर कोई महानुभाव अपनी भाषा में अनुवाद करना चाहते है वो मुझसे सम्पर्क कर सकते है।
धन्यवाद
ओम् तत् सत्
Welcome
My name is Rohan. The realtion of Sanskrit with me is of school times( may be from the last birth also but I’m not sure yet). The language always facinate and attract me from childhood but with passage of time and daily busy routine that reation had been stopped for a while. This blog is a attempt to revive that relation again.
All those who want the Sanskrit language to learn, understand and want to reslove their query about their educational work can be benefited and are welcome on board.
My motive is to learn the Sanskrit, understand the essence and spread the knowledge to others also. The blog will be in English also to make it easier for most people to understand faster, because i believe its better to make other people learn in their own language and help to make it easy to learn.
Someone want to translate the blog in their language are most welcome and can contact me.
Thank you very much
Om tat sat